Jagruk Youth News, Budhaditya Yoga: ज्योतिष में बुध को बुद्धि, कम्युनिकेशन और आत्मविश्वास का कारक माना जाता है। मेष राशि के स्वामी मंगल हैं। इस राशि में बुध के गोचर करने से वे यहां पहले से ही मौजूद सूर्य के साथ युति बनाएंगे। सूर्य और बुध की युति से कुछ राशि वालों को बेहद ही लाभ होने वाला है। आइए जानते हैं कि वे कौन सी राशियां हैं, जिनको इससे लाभ होगा।7 मई 2025 की सुबह 4 बजकर 13 पर ग्रहों के राजकुमार बुध मीन राशि से निकलकर मंगल की राशि मेष में प्रवेश कर जाएंगे। मेष राशि में प्रवेश करते ही वे यहां पहले से मौजूद सूर्य के साथ युति बनाएंगे। सूर्य और बुध की युति से बुधादित्य योग बनेगा। ज्योतिष में इस योग को बेहद ही शुभ माना गया है।
Budhaditya Yoga: मेष राशि
मेष राशि वालों के प्रथम भाव में बुधादित्य योग बनेगा। यह योग मेष राशि वालों की बौद्धिक क्षमता, आत्मविश्वास और नेतृत्व कौशल को निखारेगा। नौकरी में प्रमोशन, व्यापार में नई शुरुआत, और व्यक्तिगत पहचान बनाने के लिए यह समय अनुकूल रहेगा।
विद्यार्थियों को पढ़ाई में फोकस और सफलता मिलेगी। सामाजिक और व्यावसायिक स्तर पर उनकी छवि मजबूत होगी। सूर्य मेष राशि में उच्च का होता है, जो आत्मविश्वास और ऊर्जा को बढ़ाता है। बुध का साथ मिलने से संचार कौशल, तार्किक चिंतन, और निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होगी। यह संयोजन मेष राशि वालों को अपनी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने में मदद करेगा।
Budhaditya Yoga: मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के 11वें भाव में यह योग बनेगा। यह आय के नए स्रोत, सामाजिक प्रभाव, और इच्छाओं की पूर्ति के लिए शुभ समय होगा। व्यापार में वृद्धि, नए प्रोजेक्ट्स, और मित्रों से सहयोग मिलेगा। कम्युनिकेशन संबंधित कार्य जैसे मार्केटिंग, लेखन में आपको सफलता मिलेगी। बुध मिथुन राशि के स्वामी हैं और 11वें भाव में सूर्य के साथ मिलकर बुधादित्य योग बनाएंगे। इससे सामाजिक और आर्थिक लाभ मिलेगा। मेष की ऊर्जा आपके कम्युनिकेशन और नेटवर्किंग कौशल को बढ़ाएगा।
Budhaditya Yoga: सिंह राशि
सिंह राशि वालों के नवम् भाव यह योग बनेगा। इस राशि वालों को इस समय भाग्यवृद्धि, करियर में उन्नति, और विदेशी संपर्कों से लाभ देखने को मिलेगा। हायर एजुकेशन, शोध और स्प्रिचुअल एक्टिविटीज में आपकी रुचि बढ़ेगी।
व्यापारियों को नए प्रोजक्ट्स और इंवेस्टमेंट के अवसर मिल सकते हैं। सूर्य सिंह राशि के स्वामी हैं। मेष में उच्च होने से उनकी नेतृत्व क्षमता बढ़ेगी। बुध के साथ योग बनने से बैद्धिक और रचनात्मक ऊर्जा बढे़गी। नवम भाव में यह योग भाग्य और लॉन्ग टर्म प्रोजेक्ट्स को सपोर्ट मिलेगा।
Budhaditya Yoga: कन्या राशि
कन्या राशि वालों के 8वें भाव में यह योग बनेगा। यह समय शोध और डीप स्टडी व फाइनेंशियल इंवेस्टमेंट के लिए अच्छा रहेगा। छिपे हुए अवसर सामने आएंगे। इस दौरान पुरान मामलों का समाधान हो सकता है। ज्योतिष, तंत्र, या मनोविज्ञान जैसे क्षेत्रों में रुचि बढ़ सकती है। बुध आपकी राशि के स्वामी हैं। मेष में सूर्य के साथ बुध का योग बनने से कन्या राशि वालों की विश्लेषणात्मक और तार्किक क्षमता बढ़ जाएगी। अष्टम भाव में यह योग गहरे परिवर्तनों और रहस्यमयी विषयों में सफलता देगा।
Budhaditya Yoga: धनु राशि
धनु राशि वालों के पंचम भाव में बुधादित्य योग बनेगा। यह योग एजुकेशन, क्रिएटिविटी वर्क, लव रिलेशनशिप्स में सक्सेस दिलाएगा। स्टूडेंट्स को प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छे रिजल्ट मिलेंगे। रचनात्मक क्षेत्रों जैसे लेखन, कला, या डिजाइन में काम करने वालों को मान्यता मिलेगी। संतान से संबंधित शुभ समाचार मिल सकते हैं।
पंचम भाव बुद्धि और रचनात्मकता का केंद्र है। सूर्य और बुध का संयोजन इस भाव में धनु राशि वालों की मानसिक क्षमता और आत्मविश्वास को बढ़ाएगा। मेष की ऊर्जा उनकी रचनात्मकता को और बढ़ाएगी।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्रों पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। Jagruk Youth News इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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